ML खट्टर के कार्यक्रम में तोड़फोड़ के बाद अमित शाह ने कहा, किसान कानूनों के समर्थन में न हों आयोजन
Jagat Pardesi January 14, 2021
PMG News New Delhi
गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा सरकार को सलाह दी है कि वह कृषि कानूनों के समर्थन में कार्यक्रम करने से बचे। इस बात की जानकारी हरियाणा के शिक्षा मंत्री, कंवर पाल गुर्जर ने दी है। कंवर पाल गुर्जर ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि गृह मंत्री ने कहा है कि अगली सूचना तक कार्यक्रम को रोक दिया जाए।
गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा सरकार से कृषि कानूनों के समर्थन में कार्यक्रम नहीं करने को कहा है।
केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध के दौरान हालही में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कार्यक्रम में तोड़फोड़ हो गई थी। जिसके बाद गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा सरकार को सलाह दी है कि वह कृषि कानूनों के समर्थन में कार्यक्रम करने से बचे। इस बात की जानकारी हरियाणा के शिक्षा मंत्री, कंवर पाल गुर्जर ने दी है। कंवर पाल गुर्जर ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि गृह मंत्री ने कहा है कि अगली सूचना तक कार्यक्रम को रोक दिया जाए।
हरियाणा के शिक्षा मंत्री ने कहा कि अमित शाह कि तरफ से यह सलाह करनाल के निकट एक गांव में हुए घटना के बाद सामने आई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को करनाल के निकट एक गांव में एक बैठक रद्द करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। वहां उनका हेलिपैड खोद दिए गए थे और मंच पर तोड़फोड़ की गई थी। इस वजह से सीएम खट्टर को अपना करनाल दौरा रद्द करना पड़ा था।
राज्य शिक्षा मंत्री ने कहा कि करनाल में जो कुछ हुआ, उसके बाद गृह मंत्री ने सरकार को सलाह दी है कि वो किसानों के साथ टकराव को ना बढ़ाए। गुर्जर ने कहा,’किसानों का व्यवहार सही नहीं है। मोबाइल फोन फुटेज में किसानों को मंच पर उत्पात मचाते हुए देखा जा सकता है। किसानों ने पोस्टर और बैनर फाड़ दिए और मंच की कुर्सियों को भी फेंक दिया। मुख्यमंत्री को बिना उतरे वापस जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बता दें केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध के बीच हरियाणा की गठबंधन सरकार में दरार की अटकलें हैं। यह अटकलें इसलिए लगाई जा रही हैं क्योंकि बीजेपी की अगुवाई वाली राज्य सरकार में शामिल जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के 10 विधायक प्रदर्शनकारी किसानों के समर्थन में खड़े हो गए हैं। कयास लगाए जाने लगे कि जेजेपी के नेता और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला शायद कोई फैसला ले सकते हैं।
इस्स बारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी कहा था कि किसान आंदोलन के कारण सत्तारूढ़ गठबंधन के कई विधायक अपना इस्तीफा देना चाहते हैं। इस बयान के बाद बीजेपी-जेजेपी गठबंधन में हलचल तेज हो गई है। 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के 40 और जेजेपी के 10 विधायक है. इसके अलावा 7 निर्दलीय विधायक सरकार को समर्थन दे रहे हैं।