कृषि कानूनों के विरोध में ग्रंथी ने गोली मार की खुदकुशी; एक ने निगला जहर, अब तक 60 की गई जान
Jagat Pardesi January 12, 2021
PMG News Delhi
केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन में मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोई बीमार होकर जान गंवा रहा है तो कोई खुद की जान ले रहा है। अब तक 60 किसानों की मौत हो चुकी है। अकेले कुंडली बॉर्डर पर 16 लोगों की जान गई। ताजा मामला मंगलवार को सामने आया, जिसमें एक और किसान ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली।
मृतक की पहचान पंजाब के जिला फिरोजपुर के गांव महिमा के ग्रंथी नसीब सिंह मान के रूप में हुई है। ग्रंथी ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है। इसमें ग्रंथी ने लिखा है कि उस पर किसी तरह का कोई कर्जा नहीं है, लेकिन मोदी सरकार के काले कानूनों के कारण किसानों की दयनीय हालत देखकर परेशान हूं। मेरी मौत के लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है। सारा पंथ बसे, पंजाब बसे। दास नू मरन दा कोई शौक नहीं, पंथ बसे जी।