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कोरोना वायरस के खतरे के कारण स्कूलाें ही नहीं विश्वविद्यालयों की पढ़ाई का भी सिस्टम बिगड़ गया है। भले ही ऑनलाइन तरीके का प्रयोग कर पढ़ाई की जा रही है, लेकिन टीचर और स्टूडेंट्स के आमने-सामने ना बैठ पाने के कारण पढ़ाई पर अभी असर नजर आ रहा है। इसी के चलते कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के हालातों का हवाला देते हुए एमडीयू ने भी प्रश्न-पत्रों का पैटर्न बदल दिया गया है।
एमडीयू के यूजी-पीजी स्टूडेंट्स की ऑनलाइन पढ़ाई के बाद अब पूरे सिलेबस से ही प्रश्न पत्र तैयार किया जाएगा। इसी के चलते प्रश्न-पत्र के पैटर्न में बदलाव किया गया है। एमडीयू के इस फैसले से विवि के तहत पढ़ाई कर रहे करीब 5 लाख स्टूडेंट्स को फायदा होगा। इनमें 9 जिलों के स्टूडेंट्स आते हैं, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, मेवात और इसके अलावा रेवाड़ी और भिवानी के कुछ कॉलेज ने कोर्स पर स्टे ले रखा है, उन्हें भी फायदा मिलेगा।
एमडीयू के तहत कोर्स कर रहे अंडर ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट, बीएड, डिस्टेंस व अन्य सभी रिअपीयर व वार्षिक परीक्षा वाले सभी कोर्स के स्टूडेंट्स को इससे लाभ मिलेगा।
एमडीयू के परीक्षा नियंत्रक डॉ. बीएस सिंधु ने बताया कि कोविड-19 के दौरान एमडीयू केे यूजी-पीजी स्टूडेंट्स को सिलेबस पूरा होने की समस्या के कारण किसी तरह की परेशानी ना झेलनी पड़े। ऐसे में यह फैसला लिया गया है।
पहले ये था प्रश्न पत्र का पैटर्न
एमडीयू की ओर से जो पहले प्रश्न-पत्र दिए जाते थे, उसमें सभी यूजी-पीजी के लिए एक ही पैटर्न प्रयोग किया जाता है। इसमें पहला ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न होते थे। इनमें दो-दो अंक के आठ प्रश्न होते थे। इसके अलावा चार यूनिट से एक-एक प्रश्न करना होता था। यानि कुल पांच प्रश्न में एक अनिवार्य और एक-एक यूनिट से चार प्रश्न होते थे।