मिड डे मील राशन वितरण में गड़बड़ी पर कमेटी करेगी जांच

PMG News Panipat

मिड डे मील का राशन बच्चों के घरों तक पहुंचाया जा रहा है। मिड डे मील इंचार्ज राशन के एक-एक ग्राम का हिसाब शिक्षा विभाग को देंगे। प्रवासी मजदूरों के घर चले जाने से सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले उनके बच्चों के राशन का गोलमाल नहीं करेंगे। विभागीय अधिकारी ऐसे इंचार्जों पर नजर रखेंगे। किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर उस स्कूल की इंक्वायरी होगी। इंचार्ज को कारण बताओ नोटिस जारी कर विभाग उन पर कार्रवाई करेगा।

कोरोना संक्रमण के बाद लॉकडाउन में दो माह से सरकारी स्कूल बंद है। मिड डे मील का राशन घरों तक पहुंच रहा है। मौलिक शिक्षा निदेशालय की तरफ से मई व जून माह का राशन संयुक्त रूप से बांटने के निर्देश दिए गए हैं। रोजगार बंद होने से मजदूर परिवार घर (बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश व झारखंड) जा रहे हैं। शिक्षा विभाग के मुताबिक सरकारी स्कूलों में 30-40 फीसद बच्चे मजदूर परिवारों के शिक्षा हासिल करते हैं। घर लौटने की स्थिति में उनके हिस्से का राशन मिड डे मील इंचार्ज कुक के साथ मिलीभगत कर हजम नहीं कर सकते हैं। एसीएस की हिदायत के बाद अब उन्हें एक-एक दाने का हिसाब देना होगा। मई व जून माह का 48 दिनों का राशन दिया जा रहा है।

क्या कहा एसीएस ने वीसी में
एसीएस डा. महावीर सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिग में कहा कि ब्लॉक स्तर पर तैनात खंड शिक्षा अधिकारी व स्कूल इंचार्ज सुनिश्चित करेंगे कि प्रवासी मजदूर परिवार के घर पर न होने से उनके बच्चों का राशन किसी दूसरे को न दिया जाए। एमडीएम इंचार्ज इस आदेश का सख्ती से पालन करें। ऐसा न करने पर विभाग उनके खिलाफ जांच कमेटी बिठाएगा।सभी तरह की लेटेस्ट विविध एवं शैक्षणिक खबरों के लिए “हरियाणा एजुकेशनल अपडेट” फेसबुक पेज ज्वाइन करें।

कोर्ट के आदेश पर ग्रीष्मावकाश का राशन

सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में दायर एक जनहित याचिका डब्ल्यूपी (सिविल) नंबर 02 ऑफ 2020 में कोर्ट ने केंद्र सरकार को ग्रीष्मावकाश के दौरान बच्चों को मिड डे मील राशन उपलब्ध कराने के आदेश दिए। कोर्ट के आदेश पर बच्चों को जून माह का राशन दिया जा रहा है।

500 ग्राम दूध का पाउडर
मेन्यू के हिसाब से सप्ताह में तीन दिन बच्चों को 20-20 ग्राम दूध देने का प्रावधान है। 24 दिन का 480 ग्राम दूध बच्चों को दिया जाएगा। विभाग की हिदायतों के मुताबिक 500 ग्राम का सुगंधित स्कीम मिल्क पाउडर उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा।

एसीएस की वीडियो कांफ्रेंसिग के बाद सभी बीईओ को मिड डे मील वितरण के बारे में हिदायत दे दी गई है। वितरण व्यवस्था में किसी तरह की गड़बड़ी मिलने पर स्कूल इंचार्ज विभागीय कार्रवाई के हकदार होंगे। जो प्रवासी बच्चे घर चले गए उनका राशन नहीं बांटेंगे-रमेश कुमार, डीईईओ, पानीपत।