PMG News Kurukshetra
Vijay Haryanvi
कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में पीएचडी दाखिलों में आरक्षण का मुद्दा उठने के बाद केयू के फाइन आर्ट्स विभाग की पीएचडी की मेरिट सूची बदल गई है। कुुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के फाइन आर्ट्स विभाग की ओर से पीएचडी दाखिलों के लिए जारी की गई पहली सूची में बीसी बी की एक छात्रा को 103.85 अंकों की मेरिट बनने पर जनरल सीट पर दाखिला देने की अधिसूचना जारी की थी। केयू के लोक प्रशासन विभाग के छात्र विनोद कुमार ने इसी तर्ज पर मेरिट के अनुसार ही जनरल वर्ग में दाखिले की मांग की थी। विनोद कुमार ने कहा कि आरक्षित वर्ग के जिन विद्यार्थियों की उच्च मेरिट है, उन्हें जनरल में दाखिला मिलना चाहिए। आरक्षित वर्ग को आरक्षित वर्ग में ही दाखिला देना शोषण है। लोक प्रशासन विभाग की ओर से आरक्षित वर्ग को आरक्षित वर्ग में ही दाखिले दिए गए हैं। यह मुद्दा उठने के बाद फाइन आर्ट्स विभाग ने भी अपनी पीएचडी दाखिला मेरिट सूची को बदल दिया है। पहले तो फाइन आर्ट्स विभाग की ओर से बीसी वर्ग की छात्रा को उसकी मेरिट के अनुसार जनरल में दाखिला दिया गया था लेकिन अब उसे बीसी वर्ग में ही दाखिला दिया गया है।
आरक्षण को खत्म करने का प्रयास : डॉ. अंबेडकर स्टूडेंट फ्रंट ऑफ इंडिया के चेयरमैन राजीव सभ्रवाल ने कहा कि यह आरक्षण को खत्म करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी जब उच्च मेरिट प्राप्त करते हैं तो उन्हें आरक्षित वर्ग की बजाय जनरल में उनकी मेरिट अनुसार दाखिला मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर उच्च मेरिट के बावजूद आरक्षित सीट पर ही दाखिला दिया जाएगा तो फिर आरक्षित सीट का कोई लाभ नहीं है।
बदलना था नियम लेकिन बदली मेरिट:
लोक प्रशासन विभाग में पीएचडी की प्रवेश परीक्षा देने वाले छात्र विनोद कुमार ने कहा कि उन्होंने केयू प्रशासन से आरक्षित वर्ग के उच्च मेरिट वाले विद्यार्थियों को जनरल में दाखिला देने का नियम ही सभी विभागों में लागू करने की मांग की थी लेकिन केयू प्रशासन की ओर से नियम बदलने की बजाय मेरिट की अधिसूचना में ही बदलाव कर दिया गया।
नियम के आधार पर किया मेरिट सूची को संशोधित
केयू के फाइन आर्ट्स विभाग के अध्यक्ष प्रो. रामविरंजन ने बताया कि विभाग की ओर से पीएचडी की दाखिला मेरिट सूची में संशोधन नियम के आधार पर ही किया गया है। पहले मेरिट सूची पुराने नियम के आधार पर जारी की गई थी लेकिन अब नई गाइडलाइन के आधार पर संशोधित मेरिट सूची जारी की गई है जिसके अनुसार आरक्षित वर्ग के विद्यार्थी को उसी के वर्ग में दाखिला दिया गया है।