PMG News Sonipat
आत्महत्या करने से पहले व्यक्ति ने दिवार पर लिखा- ‘दो महिलाओं ने नाश कर दिया।’ इसके बाद खेत में लगे ट्रांसफार्मर के एंगल पर फंदा लगाकर जान दे दी। मामला सोनीपत गोहाना के गांव बड़ौता का है। दो महिलाओं की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर एक ट्रांसपोर्टर ने आत्महत्या कर ली। शनिवार सुबह खेतों में काम करने गए ग्रामीणों ने शव लटकता देख कर परिजनों और पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर सदर थाना से पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। एफएसएल की टीम ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने वहां से सुसाइड नोट बरामद किया है। मृतक के भाई की शिकायत पर पुलिस ने दो महिलाओं समेत आठ लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। दरअसल मृतक ने सुसाइड नोट के साथ दीवार पर लिखा कि दो महिलाओं ने उसका नाश कर दिया।
गांव बड़ौता निवासी सुशील व उसका भाई विनोद ट्रांसपोर्टर का काम करते हैं। उन्होंने एक कैंटर ले रखा है। विनोद शुक्रवार शाम करीब छह बजे घर से खेत की तरफ घूमने गया था और रात को वापस नहीं लौटा। शनिवार सुबह ग्रामीण काम करने के लिए खेतों की तरफ गए विनोद का शव उनके खेत में लगे ट्रांसफार्मर पर रस्सी से लटकता हुआ मिला। सूचना मिलने पर पुलिस और विनोद के परिजन मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। जिस पर लिखा था कि मंजू व अंजू ने उसका नाश कर दिया। यह शब्द खेत में बने कमरे की दीवार पर भी लिखे गए थे।
जिसके आधार पर सुशील ने पुलिस को बताया कि गांव बुसाना निवासी आनंद उनके कैंटर पर ड्राइवर की नौकरी करता था। आरोप है कि आनंद की पत्नी अंजू व उसकी साली मंजू उसके भाई विनोद को नाजायज परेशान करते हुए ब्लैकमेल कर रही थी। विनोद ने इस संबंध में अपने मामा को भी बताया था। सुशील का कहना है कि उसके भाई विनोद ने जितेंद्र, सोनू पंडित, एक पेट्रोल पंप मालिक, काका बुबला, एक बैंक के मैनेजर व दिल्ली में मुर्गा मंडी के एक व्यक्ति से रुपये लेकर अंजू व मंजू को दे रखे हैं। जिस पर देनदार उससे पैसे वापस करने के लिए दबाव बना रहे थे। उन्होंने घर आकर विनोद से रुपये मांगना शुरू कर दिया था।
सुशील के अनुसार मंजू व अंजू अब भी उसके भाई को ब्लैकमेल करते हुए रुपये देने का दबाव बना रही थी। जिसके परेशान होकर उसने आत्महत्या की। उनके पास उसके भाई की कोई वीडियो रिकार्डिंग भी है। पुलिस ने सुशील की शिकायत पर दोनों महिलाओं सहित आठ के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने सामान्य अस्पताल में विनोद के शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही पता लगा सकेगा कि वह किस तरह से विनोद को परेशान करती थी।