खेल मंत्री बोले- स्पोर्टस कॉम्पलैक्स में बिना दर्शकों के प्रैक्टिस करेंगे खिलाड़ी, लेकिन स्वीमिंग पूल अभी नहीं खुलेंगे

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बिना दर्शकों के खिलाड़ियों को करनी होगी प्रैक्टिस

हैंड सैनिटाइजर की सुविधा होगी हर स्पोर्टस कॉम्पलैक्स में

चंडीगढ़: हरियाणा में लॉकडाउन-4 में दी गई रियायतों के बीच सभी स्पोर्टस कॉम्प्लैक्स और स्टेडियम खिलाड़ियों के लिए खोल दिए गए हैं। खिलाड़ी इनमें जाकर प्रैक्टिस कर सकते हैं लेकिन स्वीमिंग पूल किसी भी परिस्थिति में नहीं खोले जाएंगे। इसकी पुष्टि हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह ने की है।

ये हैं हिदायतें

सभी कर्मचारियों, खेल प्रशिक्षकों व प्रशिक्षणार्थियों को मुंह पर मास्क पहनना होगा।

सभी खेल कर्मचारियों और खिलाडिय़ों के लिए आरोग्य सेतु का उपयोग करना अनिवार्य।

खेल विभाग के भवनों में पीडब्ल्यूडी द्वारा एयर-कंडीशनर के उपयोग के संबंध में जारी निर्देश का सख्ती से पालन किया

प्रशिक्षुओं और कर्मचारियों को व्यक्ति के बीच न्यूनतम 1.5 से 2 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंड का कड़ाई से पालन करना होगा।
हैंडशेक और अन्य प्रकार के अभिवादन, जिन्हें शारीरिक संपर्क होता है, से बचा जाना चाहिए।सभी तरह की लेटेस्ट विविध एवं शैक्षणिक खबरों के लिए “हरियाणा एजुकेशनल अपडेट” फेसबुक पेज ज्वाइन करें।

ये हैं सुविधाएं

स्टेडियमों के प्रवेश द्वार पर हैंड-सैनिटाइजर उपलब्ध कराए जाएंगे।

फुट-पैडल सैनिटाइजर/किसी भी अन्य सेंसर आधारित सैनिटाइजर को सभी खेल-केंद्रों के अलावा चिकित्सा केंद्र, डाइनिंग हॉल/मेस और अन्य प्रवेश बिंदुओं पर रखा जाएगा।

प्रत्येक कमरे में सभी चिकित्सा-कक्ष के फर्नीचर को सुबह 8.30 बजे से पहले और फिर एक बार सुबह 11 बजे सैनिटाइज किया जाएगा। बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स में खिलाड़ी-मरीजों के प्रवेश द्वार में दीवार पर सेंसर आधारित हैंड-सैनिटाइजर होगा।

अलग-अलग खेल के लिए ये हैं हिदायतें

व्यक्तिगत उपकरण जैसे धनुष, बंदूक, तलवार, भाला, डिस्कस, रैकेट आदि का बिना सांझा किए उपयोग किया जाएगा और हरेक के उपयोग के बाद कीटाणुरहित किया जाएगा।

खेल के विशिष्ट सुरक्षा उपकरण जैसे हेलमेट, आई प्रोटेक्टर, फेस प्रोटेक्टर आदि सांझा नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण गतिविधियों को छोटे समूहों (अधिकतम 8-10 खिलाड़ी) में किया जा सकता है।
टीम-स्पर्धाओं के मामले में किसी मैदान में एक घंटे के लिए 18 खिलाड़ी और दो कोच मौजूद रहेंगे और उनके जाने के बाद ही दूसरे समूह को अंदर लाया जा सकता है।

व्यक्तिगत स्पर्धाओं के मामले में कोच एक बार में 10 खिलाडिय़ों को कोचिंग दे सकता है और दूसरे समूह को पहले समूह के जाने के बाद ही स्टेडियम में आने की अनुमति होगी।