PMG News Rohtak
पीजीआई और एमडी यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों के बीच इन दिनों एक अजीब सा विवाद बना हुआ है. पीजीआई ने कोरोना में ड्यूटी करने वाले मेडिकल स्टाफ को क्वॉरेंटाइन करने के लिए एमडी यूनिवर्सिटी से फैकल्टी हाउस मांगा तो एमडीयू के कर्मचारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और कहा कि किसी भी कीमत पर एमडीयू की बिल्डिंग को क्वारेंटाइन सेंटर नहीं बनने देंगे विवाद बढ़ता देख रोहतक के डीसी को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा.
बता दें कि रोहतक पीजीआई प्रदेश का सबसे बड़ा मेडिकल संस्थान है और यहां पर रोहतक के अलावा झज्जर और जींद जिले के कोरोना मरीजों का इलाज किया जाता है. कोरोना में ड्यूटी देने वाले मेडिकल स्टाफ और पैरामेडिकल स्टाफ को भी क्वारेंटाइन करना पड़ता है. इसके अलावा अन्य बीमारियों के भी कुछ ऐसे मरीज आ जाते हैं, जो कि कोरोना संदिग्ध होते हैं, लेकिन उनका पता नहीं चल पाता. ऐसे हालात में इलाज करने वाले पूरे स्टाफ को इमरजेंसी क्वारेंटाइन करना पड़ता है. फिलहाल डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ को अलग-अलग स्थानों पर क्वारेंटाइन कर रखा गया है. अब अतिरिक्त जगह की जरूरत पड़ी तो एमडीयू का फैकल्टी हाउस मांगा गया है.