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विवादों से झज्जर सिटी थाने के पुलिस कर्मचारियों का पुराना नाता रहा है। एक फोटो जर्नलिस्ट पर झूठा मुकद्दमा दायर कर उसे पूरी रात पुलिस थाने में टॉर्चर करने व झज्जर के एक दुकानदार से खाकी का रौब दिखाकर उससे जबरदस्ती पीने के लिए हुक्का ले जाने का विवाद अभी थमा भी नहीं था कि झज्जर मार्किट कमेटी सचिव विजय कुमार को अब खाकी ने सरेआम अपना रौब दिखाकर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने धमकी दी है।
मार्किट कमेटी सचिव का कसूर सिर्फ इतना था कि वह लॉक डाउन के चलते अपने विभाग के कर्मचारियों के साथ स्थानीय सब्जी मंडी के बाहर व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। लेकिन वहां पर अपनी टीम के साथ तैनात सिटी पुलिस के एक थानेदार ने अपनी खाकी का रौब झाड़ते हुए मार्किट कमेटी सचिव से वहां आने का कारण पूछा। इससे पहले कि मार्किट कमेटी सचिव कुछ बता पाते उक्त थानेदार ने मार्किट सचिव को थाने ले जाकर अन्दर डालने और एफआईआर दर्ज करने की धमकी दी। बाद में अपने साथ किए गए इस दुव्र्यवहार की सूचना मार्किट कमेटी सचिव ने कमेटी के चेयरमैन को दी।
कमेटी चेयरमैन ने इस पूरे मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों को की है और धमकी देने वाले थानेदार के खिलाफ कार्यवाहीं करने की मांग की है।
झज्जर मार्किट कमेटी सचिव के साथ सिटी थाने के थानेदार द्वारा दी गई सरेआम धमकी के घटनाक्रम से पहले भी झज्जर सिटी पुलिस कर्मचारी विवादों
में रहे है। कुछ रोज पहले सिटी पुलिस के कुछ कर्मचारियों ने एक फोटो जर्नलिस्ट के खिलाफ शराब का झूठा मामला दर्ज कर उसे पूरी रात थाने में
टॉर्चर किया था।
इतना हीं नहीं पुलिस के ही कुछ कर्मचारियों ने तीन दिन पूर्व झज्जर के एक दुकानदार से उसकी दुकान खोलने के मामले में धमकी देते हुए उसकी दुकान से पीने के लिए हुक्का लिया था। लेकिन बाद में जब मामला व्यापार मंडल के पास पहुंचा तो उसके बाद आरोपी पुलिस कर्मचारियों ने उन पर दबाव बनता देख दुकानदार को पैसे दिए।
झज्जर डीएसपी शमशेर सिंह ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। जैसे ही मामला उनके संज्ञान मे लाया जाता है या फिर उन्हें कोई लिखित शिकायत मिलती है तो मामले की जांच कराई जाएगी और जांच में मामले की पुष्टि होने के बाद कार्यवाहीं की जाएगी।