ऑनलाइन एजुकेशन में गुड़गांव अव्वल , यहां के 70 फीसदी स्टूडेंट्स ई लर्निंग से जुड़े, मेवात 19वें और फरीदाबाद 15वें स्थान पर रहा

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लॉकडाउन में घर से पढ़ाओ अभियान में गुड़गांव ने 70 फीसदी छात्रों के ऑनलाइन एजुकेशन में एक्टिव रहकर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर रिकॉर्ड कायम किया है। खास बात है कि पिछले सप्ताह प्रदेश में गुड़गांव ने ई लर्निंग में दसवां स्थान प्राप्त किया था। लेकिन अब शिक्षा विभाग, अध्यापकों ने अभिभावकों और छात्रों काे जागरूक कर इस रिकॉर्ड को कायम किया है। यह शिक्षकों की मेहनत का ही नतीजा है कि प्रदेश में सबसे अधिक गुड़गांव के स्टूडेंट्स ऑनलाइन एजुकेशन का हिस्सा बन रहे हैं। एजुसेट, वाट्सएप, मैसेज व अन्य माध्यमों से छात्रों से जुड़कर उन्हें अध्ययन कराया जा रहा है। गुड़गांव के छात्रों ने इस विकल्प को बेहतरीन तरीके से अपनाया है। 70 फीसदी छात्र ऑनलाइन माध्यमों से जुड़ कर पढ़ रहे हैं।




इससे पहले झज्जर जिले ने 69 प्रतिशत की उपस्थिति के साथ पहला स्थान प्राप्त किया था। वहीं 40 फीसदी के साथ कुरुक्षेत्र अंतिम स्थान पर रहा। डीसी खत्री ने कहा कि यद्यपि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के पास साधन सीमित होते हैं, परंतु सीमित साधनों में भी जिला के शिक्षकों को ऑनलाइन शिक्षा का लाभ ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थियों तक पहुंचाने के प्रयास जारी रखने चाहिए।




सुधार के लिए ले रहे नियमित फीडबैक

प्रत्येक खंड शिक्षा अधिकारी रोजाना 20-20 विद्यार्थियों के मोबाइल नंबर पर संपर्क कर विद्यार्थियों तथा उनके अभिभावकों से फीड बैक ले रहा है। जिला के 80 विद्यार्थियों से फोन पर रोज बातचीत कर अध्यापन-कार्य में सुधार को लेकर बात होती है। जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन स्वयं इन 80 विद्यार्थियों में से किन्ही 20 को फोन करके ई-लर्निंग की गुणवत्ता सुनिश्चित करती हैं। पढ़ाने के लिए अध्यापकों द्वारा कई इनोवेटिव आइडियाज भी निकाले जा रहे हैं। कुछ अध्यापक बच्चों को ठीक से पढ़ाने के लिए अपने घरों के दरवाजों को ब्लैकबोर्ड की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं।



ऑनलाइन क्लासेज के फायदे

जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन ने बताया कि शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों के वाट्सएप पर ग्रुप बनाए गए हैं जिनके एडमिन क्लास टीचर को बनाया गया है। अध्यापक यू ट्यूब चैनलों तथा अपनी वीडियो बनाकर ग्रुप में अपलोड कर रहे हैं। विद्यार्थी अध्यापकों को वीडियो कॉल करके भी उनके संशय दूर कर रहे हैं। जूम एप के माध्यम से भी बच्चों को पढ़ाया जा रहा है। विद्यार्थियों को दिशा एप, संपर्क बैठक, ई-पाठशाला, स्वयम पोर्टल के माध्यम से भी पढ़ाया जा रहा है। सक्षम सेल हरियाणा की तरफ से भी प्रतिदिन कक्षावार वीडियो लिंक और अभ्यास वर्कशीट भेजी जाती है।



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