PMG News Hisar
Satbir Chauhan
सरकार के आदेशों के बावजूद निजी स्कूल अभिभावकों से एक महीने से ज्यादा की फीस मांग रहे हैं। हालांकि अभिभावक इसकी लिखित में शिकायत तो नहीं दे रहे, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फोन के माध्यम से इस बारे में सूचित कर रहे हैं। फीस अधिक लेने के बारे में अभी तक सिर्फ एक ही स्कूल की लिखित में शिकायत आई है। शिकायत आने के बाद विभाग ने स्कूल को नोटिस जारी किया है।
बता दें कि लॉकडाउन के कारण शिक्षा विभाग ने आदेश जारी किया है कि कोई भी निजी स्कूल एक महीने से ज्यादा की फीस (ट्यूशन) नहीं ले सकते। मगर इसके बावजूद स्कूल संचालक अभिभावकों से एक माह से ज्यादा की फीस जमा कराने को मजबूर कर रहे हैं।
अभिभावक ने लिखित में दी शिकायत
सेक्टर 16-17 स्थित इंडस स्कूल ने अभिभावकों से एक महीने से ज्यादा की फीस की मांग की। इस पर एक अभिभावक ने इसकी शिकायत डीईओ से कर दी। इसके बाद विभाग ने स्कूल संचालक से जवाब मांगा तो उन्होंने कहा कि वह अभिभावकों पर इसके लिए दबाव नहीं डाल रहे हैं। विभाग ने सख्ती दिखाते हुए स्कूल संचालक को नोटिस जारी किया कि वह अभिभावकों को मैसेज करें कि वे सिर्फ एक माह की ही ट्यूशन फीस जमा करवाएं। इस आदेश के बाद अभिभावकों के पास यह मैसेज किया।
अभिभावक लिखित में शिकायत देने से कतरा रहे
कई स्कूल संचालक अभिभावकों से ज्यादा फीस की डिमांड कर रहे हैं। मगर अभिभावक इसकी लिखित में शिकायत देने से कतरा रहे हैं। अभिभावक फोन के माध्यम से विभाग के अधिकारियों को इस बारे में शिकायत कर रहे हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी तक 20 से 25 शिकायतें फोन पर आ चुकी हैं। अधिकारी अभिभावकों से यही कह रहे हैं कि वह सिर्फ एक महीने की ट्यूशन फीस ही जमा करवाएं। अगर फिर भी स्कूल संचालक तंग करे तो विभाग को अवगत कराएं।
यह है विभाग के आदेश
विभाग के आदेशानुसार कोई स्कूल संचालक अभिभावकों से सिर्फ एक महीने की ट्यूशन फीस ही ले सकते हैं। अगर कोई अभिभावक इसे भरने में भी समर्थ नहीं है तो इस फीस को आगामी फीस में किस्तों के आधार पर समायोजित किया जाए। कोई भी संचालक स्कूल खुलने तक यातायात या अन्य शुल्क नहीं मांग सकता।
हमारे पास एक स्कूल की लिखित में शिकायत आई थी। हमने स्कूल को नोटिस जारी कर दिया है। कुछ अभिभावक फोन पर भी शिकायत कर रहे हैं- नीता अग्रवाल, जिला शिक्षा अधिकारी, हिसार।