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नारनौल के साथ लगते गांव कुलताजपुर में शराब के ठेके पर पुलिस के स्टीकर लगी स्विफ्ट गाड़ी में रखी शराब की पेटियां और गाड़ी की डिग्गी को पकड़कर खड़े नारनौल पुलिस ए एएसआई की फोटो वायरल होने से पुलिस विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
फोटो में कार की डिग्गी को सिविल डे्रस में पकड़े खड़े व्यक्ति की पहचान ए एस आई सतीश कुमार के रूप में की जा रही है। यह फिलहाल एसपी कार्यालय में कार्यरत है।
फोटो में जिस गाड़ी एचआर ३५ एल ५६९६ में शराब की पेटियां रखी हुई दिखाई दे रही है, वो गाड़ी भ आरटीओ विभाग में सतीश कुमार के नाम पर ही रजिस्टर्ड है। यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस की कार्यशैली पर खड़े हो गए हैं।
इतना ही जिस गांव में यह ठेका है, वहां की पंचायत और जिला के वो पंचायती नेता भी कटघरे में खड़े हो गए हैं, जो सरकार की ईमानदारी का ढोल पीटते नहीं थक रहे हैं।
सरेआम पुलिस कर्मी की गाड़ी में रखी खराब की पेटियों से क्षेत्र में चल रही उन चर्चाओं को भी नकारा नहीं जा सकता कि लॉक डाउन के बाद सत्ता पक्ष के नेताओं के सिपहसलारों की शह पर भारी मात्रा में अवैध शराब का धंधा चल रहा है।
जब इस मामले में सबसे पहले गांव कुलताजपुर के सरपंच से संपर्क किया गया तो गांव के सरपंच ने अपनी पंचायत की लैटर हैड पर लिखित रूप में पुलिस पर ही गंभीर आरोप लगा दिए।
गांव के सरपंच विक्रम यादव ने पुष्टिï की है कि उनके गांव के शराब के ठेके को खोलकर रविवार २६ अप्रैल २०२० को शाम करीब साढ़े चार बजे वहां एक स्विफ्ट गाड़ी में शराब की पेटियां रखी जा रही थी।
सरपंच ने यह भी बताया कि लॉक डाउन के दौरान उसने सदर थाना में कई बार शिकायत की थी कि उनका गांव राजस्थान की सीमा पर पड़ता है।
इस शराब के ठेके से पहले भी शराब की गाडिय़ां भरकर जाती रही है, लेकिन सदर थाना एसएचओ ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय यह कहा कि आपका काम शिकायत करना है वो करो देखना मेरा काम है। सरपंच ने यह भी कहा है कि इतना ही नहीं सदर एसएचओ ने उनकी पंचायत को गांव में नाका तक नहीं लगाने दिया। इस प्रकार उनके क्षेत्र में सरेआम ठेके खोलकर बेची जा रही शराब को लेकर पुलिसियां कार्रवाई पर गंभीर सवाल खड़ा कर रहा है।
अब देखिए अधिकारी क्या कहते हैं
इस मामले में पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज ने बताया कि एएसआई सतीश कुमार को सस्पेंड कर दियाहै और उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी है।