लॉकडाउन के दौरान मानसिक तनाव व चिंता पर कैसे नियन्त्रण करें : डॉ. दलजीत सिंह, राजकीय महिला महाविद्यालय , सिरसा

PMG NEWS SIRSA 

करोना वायरस की महामारी के दौरान  सभी लोगों को घर पर रहना पड़ता है। हमारे देश में गृहणी बोटे बच्चे को छोड़कर सभी स्त्री-पुरुष  अपने -2  कार्य स्थलों पर कार्य हेतू पहुंचते है । जिससे उन मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य चुस्त व दुरस्त रहता था। मार्च मास से लेकर पहले 21 दिन तक लॉक डाउन  किया गया जिसमें सभी पारिवारिक सदस्य को घर  पर ही रहना था, जो कि हमारी आदत नही थी इसी कारण सभी लोगों को अपनी अपनी जीवन शैली में परिवर्तन करना पड़ा। इस अव से बहुत से लोगों को Stress, Anxiety, Depression, Obsession इत्यादि मानसिक लक्षणों  का सामना करना पड़ रहा है। इन मानसिक लक्षणों  के कारणचा सभी मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है एवं इस से बहुत से लोग परेशान होकर मनोवैज्ञानिकों मनोचिकित्सकों के फोन कर स्वस्य रहने के बारे में जानकारी ले रहे है। इस लाये, राऊन की अवधि 14 अप्रैल को  समाप्त हो रही है और लोगों में आशा लॉक डाउन जल्दी  ही खुल जाएगा परन्तु ऐसा सम्भव नहीं है |क्यूंकि करोना वायरस का कहर  अभी तक  थमने का नाम  नहीं ले  रहा है। यह  आगे और नहीं फैलले, इसलिए इसे और बढ़ाया जा सकता है। जैसे ही इसे बढ़ाने में घोषणा होगी वैसे ही  सभी  लोगों मन में आशा  की जो किरण  14 अप्रेल की तिथि नजदीक आने कारण जागी थी ,वह एक बार समाप्त हो जाये और लोगो के मन में निराशा का भाव उत्पन्न सकता है। लोगों में आशा बनी रहे। एंव उनका शारीरिक और मानसिक स्वाथ्य  अच्छा एवं उन्नत रहे इसके लिए हरियाणा  सरकार एवं उच्चतर शिक्षा निदेशालय की ओर  से उच्चतर गृहण करने  वाले  छात्र/छात्राओं  एवं उनके  परिवारों हेतू उच्चतर शिक्षा निदेशक  की पहल सारे प्रदेश में महाविद्यालय व विश्वविद्यालयों में कार्यरत  मनोविज्ञान  के प्राध्यापकों  का एक समूह सभी छात्र/छात्राओं  व उनके पारिवारिक सदस्यों को परामर्श प्रदान करेगा ताकि सब उस मुश्किल समय में स्वस्थ रहे एवं किसी प्रकार का तनाव व  चित्ता /विषाद इत्मादि से परेशान न हो। एक हेल्प लाइन  18003132023 भी जारी किया गया है जिस पर फोन करके कोई भी परामर्श प्राप्त कर सकता है।

सभी परिवारों में सदस्य प्रकार तनाव से मुक्त रहे उससे सम्बन्धित कुछ परामर्श इस प्रकार हैं:-

  • परिवार में सम सदस्य मिलकर रहे एंव एक दुसरे की आलोचना न करें एक दूसरे की आलोचना से से परिवार में तनाव बढ़ता है।
  • बच्चों के साथ मिलकर परिवार को को खुश रखें | उन पर क्रोध न करें | क्रोध के कारण परिवार में तनाव उत्पन्न होता हैं बच्चों व पत्नी की बातों का जवाब अच्छी प्रकार से देंवें |
  • पति – पत्नी अपनी जिम्मेवारीको समझतेहुए मिलकर सभी कार्यो को उरने का प्रयत्नं करे मोलि सभी मिलकर कार्य करेंगे तो नई विवाद उत्पन्न नहीं होगा और परिवार में खुशी का माहोल बना रहेगा।
  • परिवार में हल्का – फुल्का माहोल बना रहे इसलिए हंसी मजाक अवश्य करें परन्तु क्रोध से बचें
  • स्वस्थ खान पान का ध्यान रखें क्योंकि खान पान से ही व्यक्ति अपने आप को स्वस्थ रख सकता हैं अधिकतर मसाले वाली वस्तुयों का सेवन न करें |
  •  सदा खुश व आशावान रहे। आशा ही जीवन का आधार है। निराशात्मक सोचो मन पर हावी न होने दे।
  • मोबाइल टीम पर ध्यान दे क्योंकि अधिक समय इन पर लगाने भी तनाब उत्पन्न होता हैं
  • पतिदिन व्यायाम करें और कुछ समय योग करके अपने मन को शात रखे।