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कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए जूझ रहे डॉक्टर्स और नर्स मरीजों की जान बचाने में जुटे हुए हैं। इनमें से कई महिला कर्मचारी अपनी-अपनी ड्यूटी कर मिसाल बन रही हैं। कुछ लोग तो ऐसे भी हैं जो पिछले कई दिनों से अपने परिवार से ही नहीं मिले। ऐसी ही एक नर्स हैं जो कि राजस्थान की रहने वाली हैं। मरीजों की सेवा की वजह से पिछले 18 दिन से अपने घर तक नहीं गईं। पूनम के इस शानदार काम की हर तरफ चर्चा भी है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित एसएमएस हॉस्पिटल में मरीजों की देखभाल में जुटीं नर्स का नाम पूनम रानी है। वे राजस्थान के झुंझुनु की रहने वाली हैं। उनकी ड्यूटी उस वार्ड में लगाई गई हैं जहां पर कोरोना के पॉजिटिव मरीज एडमिट हैं। वे बीते 18 दिन से अपने घर नहीं गई हैं। उनका एक 13 महीने का बेटा भी है। लगातार ड्यूटी की वजह से वह अपने बच्चे से भी नहीं मिल सकी हैं। पूनम के बेटे की देखभाल नाना रमेश पूनिया और नानी कर रही हैं।
पूनम का कहना है कि ”मैं पिछले 18 दिन से जयपुर के एसएमएस अस्पताल के उस वार्ड में ड्यूटी कर रही हूं जहां कोरोना के पॉजिटिव रोगी भर्ती हैं। मेरा 13 माह का मासूम बेटा है, लगातार ड्यूटी करने के कारण मैं उससे भी 18 दिन से नहीं मिल पा रही हूं। मैं बिना थके, बिना हारे काम कर रही हूं।… और करती रहूंगी। आप भीड़ का हिस्सा नहीं बनें। स्वस्थ रहें ताकि मैं अपने बेटे से जल्द मिल सकूं।पूनम अपने संदेश में लोगों से बस एक ही अपील कर रही हैं कि आप अपने घर पर रहें। इस समय की सबसे बड़ी सेवा यही है। कितना भी जरूरी काम हो प्लीज बाहर नहीं जाएं। उनको संभालना आसान काम नहीं है। उन्हें पॉजिटिव बातों से हिम्मत दिला रही हूं। कभी गाने भी सुनाती हूं, ताकि वे नकारात्मक नहीं सोचें। हर पल यही कहती हूं कि आप जल्दी ही स्वस्थ हो जाओगे। घबराओ नहीं। हम आपके साथ हैं। पांच मरीज यहां से स्वस्थ होकर लौटे भी हैं। पूनम ने बताया कि वह ड्यूटी से नहीं घबरा रही। बस अपना कर्म और धर्म निभा रही है।