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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 22 मार्च को घोषित किए गए जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते राजस्थान में सार्वजनिक परिवहन सेवा के वाहन पूरी तरह बंद हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 22 मार्च को घोषित किए गए जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन के चलते राजस्थान में सार्वजनिक परिवहन सेवा के वाहन पूरी तरह बंद हैं। लोग घरों में है और सड़कें सूनी हैं।
राजधानी जयपुर में मेट्रो, लो फ्लोर बसें, मिनी बसें, ऑटो और कैब सर्विस बंद है। कुछ जगहों पर इक्का—दुक्का वाहनों को छोड़कर सन्नाटा पसरा हुआ है। मालवीय नगर के गौरव टावर, वर्ल्ड ट्रेड पार्क, सत्कार शॉपिंग सेंटर और करधनी शॉपिंग सेंटर समेत तमाम बाजार बंद है।
22 मार्च से 31 मार्च तक लॉक डाउन
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कोरोना वायरस के बढ़ते दुष्प्रभाव को रोकने के लिए प्रदेशभर में 22 मार्च से 31 मार्च तक पूरी तरह लॉक डाउन के निर्देश दिए हैं। इसके तहत अस्पताल, दवा दुकानों जैसी आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त समस्त राजकीय एवं निजी कार्यालय, मॉल्स, दुकानें, फैक्ट्रियां एवं सार्वजनिक परिवहन, जयपुर मेट्रो आदि बंद रहेंगे। उन्होंने कहा है कि इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए लोगों का घरों में रहना बेहद जरूरी है।
लॉक डाउन का क्या अर्थ है?
संक्रमण को रोकने के लिए जब तक बेहद जरूरी न हो, तब तक सार्वजनिक स्थलों पर आने— जाने से बचना बेहद जरूरी है। सरकारी एडवाइजरी के अलावा प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की अपील में भी यही आग्रह किया जा रहा है। लेकिन लॉक डाउन का यह अर्थ कतई नहीं है कि प्रदेश या जिलों की सीमाएं सील हैं। यदि किसी गम्भीर मरीज को दिखाना हो या गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाना हो तो ऐसे अत्यंत जरूरी कामों के लिए घर से बाहर निकला जा सकता है।
सब्जी-दूध की दुकानें खुलेंगी?
बिल्कुल खुलेंगी। दूध, सब्जी, किराना और दवाओं की दुकान लॉक डाउन के दायरे से बाहर हैं। मगर इन दुकानों पर बेवजह भीड़ लगाने से बचना जरूरी है।
एटीएम-पेट्रोल पंप खुलेंगे?
जी हां, पेट्रोल पंप और एटीएम को राज्य सरकार ने आवश्यक सेवाओं के श्रेणी में रखा है। ये खुले रहेंगे। इन्हें लॉक डाउन के दायरे से बाहर रखा गया है।
निजी वाहन का उपयोग होगा?
जी हां, निजी वाहनों का संचालन जारी रहेगा, लेकिन संक्रमण से बचने के लिए खुले वाहनों जैसे बाइक आदि की जगह निजी कार आदि का प्रयोग करें।