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गांव रघुआना के सरकारी स्कूल के परीक्षा केंद्र में परीक्षा अधीक्षक द्वारा गांव के प्रभावशाली व चीफ सुपरिंटेंडेंट पर नकल के लिए दबाव बनाने व अपनी सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन व जिला शिक्षा अधिकारी को भेजी गई शिकायत की जांच के लिए प्रशासन ने आदेश जारी कर दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने एसपी को पत्र लिखकर परीक्षा केंद्र अधीक्षक की सुरक्षा के लिए मांग की थी। जिस पर पुलिस ने परीक्षा केंद्र अधीक्षक राजेंद्र को सुरक्षा प्रदान कर दी है। वहीं परीक्षा केंद्र अधीक्षक राजेंद्र को पुलिस सुरक्षा मुहैया करवा दी है। उसे दो गन मैन दिए गए हैं। हरियाणा स्कूल लेक्चरर एसोसिएशन के जिला प्रधान सुरेंद्र थोरी ने भी डीएसपी कालांवाली से मुलाकात की। वहीं सरपंच जगतार सिंह ने भी परीक्षा केंद्र अधीक्षक पर नकल के आरोप लगाते हुए शिक्षा विभाग को इसे हटाने के लिए शिकायत की है। मामले की जांच के लिए कालांवाली के तहसीलदार भुवनेश कुमार सरकारी स्कूल रघुआना में पहुंचे और सरपंच जगतार सिंह से बातचीत की। सरपंच का कहना है कि परीक्षा केंद्र अधीक्षक के ससुराल के कुछ बच्चे इस स्कूल में परीक्षा दे रहे हैं। इसलिए परीक्षा केंद्र अधीक्षक नकल करवाते हैं। इसलिए उन्हें बदला जाए। शुक्रवार को स्कूल में परीक्षा न होने के कारण परीक्षा केंद्र अधीक्षक के तहसीलदार बयान नहीं दर्ज कर सके। शनिवार को पेपर है, ऐसे में परीक्षा केंद्र अधीक्षक के भी बयान लिए जा सकते हैं।
आबजर्वर ने सरपंच के बैठने पर जताई थी आपत्ति
रघुआना स्कूल के परीक्षा केंद्र अधीक्षक राजेंद्र का कहना है कि परीक्षा के दिन सरपंच स्कूल में बैठा रहा। आबजर्वर ने इस पर आपत्ति भी जताई। लेकिन सरपंच नहीं गया। नकल के लिए दबाव बनाया गया। इसके बाद उसने परीक्षाओं के चलते सरपंच को जाने के लिए कहा। सरपंच इसी बात को लेकर रंजिश रखने लग गया और शिकायत की कि छतरियां से उसकी ससुराल में बच्चों की परीक्षा इस स्कूल में हैं। राजेंद्र ने कहा कि उसके खिलाफ की गई शिकायत झूठी है।
हमने स्कूल में शिक्षा का उच्च स्तर करने के लिए एक करोड़ रुपये खर्च किए हैं। परीक्षा केंद्र अधीक्षक की छतरियां में रिश्तेदारी है। वे बच्चों को नकल करवाते हैं। इसलिए मैंने उसकी शिकायत की। मेरा कोई परिवार का बच्चा स्कूल नहीं पढ़ता। मेरे पर नकल के लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं।
– जगतार सिंह सरपंच, गांव रघुआना।
दोनों पक्षों द्वारा की गई शिकायत की जांच के आदेश आए हैं। सरपंच से बातचीत की गई थी। सरपंच ने छतरियां से आने वाले बच्चों को नकल करवाने के आरोप लगाए हैं। परीक्षा केंद्र अधीक्षक के अभी बयान दर्ज नहीं किए गए। मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी- भुवनेश कुमार, तहसीलदार, कालांवाली।
ये था मामला
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रघुआना के परीक्षा केंद्र अधीक्षक ने शिक्षा विभाग को बोर्ड परीक्षा में नकल करवाने का दबाव बनाने को लेकर जिला शिक्षा विभाग को पत्र लिख सूचित किया है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चक्कां में कार्यरत पीजीटी हिंदी के अध्यापक राजेंद्र ने शिक्षा विभाग को पत्र लिखा और बताया कि बोर्ड परीक्षा में उसकी ड्यूटी बोर्ड द्वारा रिजर्व सेंटर सुपरिंडेंट के रूप में लगी थी। जिसके अंतर्गत मेरी ड्यूटी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के परीक्षा केंद्र अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया। 2 मार्च को 12वीं कक्षा के पहले व 4 मार्च को 10वीं कक्षा की परीक्षा करवाई गई। इन परीक्षा के दौरान मुझ पर विद्यालय प्रभारी जोकि सेंटर चीफ सुपरिंटेंडेंट भी है व साथ ही गांव के प्रभावशाली लोगों ने नकल करवाने का दबाव बनाने का प्रयास किया। इस दबाव को मैंने पूरी तरह से अनदेखा किया है। बोर्ड परीक्षाओं में नकल न करवाने को लेकर उक्त लोगों ने मेरी परीक्षा केंद्र पर पक्षपात करने का झूठा आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज करवाई है, मुझे पता चला है। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी से मांग की है कि उसे या तो उक्त परीक्षा केंद्र से सम्मान सहित कार्यभार मुक्त किया जाए या फिर मेरी जानमाल की हिफाजत के लिए पूर्ण सुरक्षा प्रधान की जाए। साथ ही परीक्षा केंद्र के चीफ सुपरिंटेंडेंट को बदला जाए।